Slick Slider

पद्म - सरोबर

Temple Image
Temple Image
Temple Image
Temple Image

पद्म - सरोबर

  • अंतिम तीर्थंकर भगवान श्री महावीर स्वामी बहत्तर वर्ष की उम्र में श्री बिहार करते हुए पावापुरी पहुंचे । 
  • समवसरण में बैठकर यहाँ उन्होंने कार्तिक वदी त्रयोदशी के दिन अपना अंतिम उपदेश दिया, जिसे सुनकर सब धन्य हो गये । 
  • इसी कारण इस तेरस का नाम धन्य तेरस / धन तेरस पड़ गया । 
  • योग निरोध करके प्रभु पावापुरी के पद्म सरोवर के मध्य से कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन निर्वाण को प्राप्त हुए । 
  • “पद्म सरोवर " वह पवित्र स्थल है, जहा से प्रभु ने शाश्वत सुख - मोक्षसुख प्राप्त किया ।
  • उस परम पवित्र स्थल के नाम से ही इस भवन का नाम "पद्म सरोवर" रखा गया है । 
  • आज आप “पद्म सरोवर" नामक इस भवन में निवास करने जा रहे है, यह आपका सौभाग्य है । 
  • इस भवन मे आपका निवास आपके मन रुपी कमल को खिलाने का कारण बने ।इसी "भावना के साथ “पद्म सरोवर" में आपका स्वागत है। 
  • ‘जय महावीर - जय गुरुदेव’