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वैशाली
- अंतिम तीर्थकर भगवान श्री महावीर स्वामी के नाना राजा चेटक वैशाली केराजा थे। राजा चेटक के दस पुत्र और सात पुत्रियाँ थी।
- भगवान श्री महावीर स्वामी की माँ महाराज चेटक की सबसे बड़ी बेटी थी । अतः वैशाली भगवान का ननिहाल था।
- जैसे हमारे बच्चे छुट्टियों मे नाना - मामा के घर जाते है, वैसे ही भगवान भी अनेको बार वैशाली गये होंगे।
- भगवान के ननिहाल ‘वैशाली’ के नाम से ही हमने इस भवन का नाम ‘वैशाली’ रखा है।
- आज आप ‘वैशाली’ नामक इस भवन मे रुकने जा रहे है, यह आपका सौभाग्य है।
- इस भवन मे रहते हुए आप वैशाली की माटी की उस खुशबु का आनंद ले, जिसमे कभी बालक वर्धमान ने खेलकर इसे सुवासित किया था।
- इसी भावना के साथ वैशाली नामक भवन मे आपका स्वागत है।
- जय वीरा - जय महावीरा